उत्तराखंड में आग लगने से जंगलो को काफी नुकसान हुआ है। जिसके लिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई है। इसमें दावा किया गया है कि 2001 से अब तक उत्तराखंड में आग के कारण 44,000 हेक्टेयर क्षेत्र के जंगल खत्म हो चुके हैं। यह 61,000 फुटबाल मैदानों के बराबर हैं। जंगलों में आग लगने की घटनाओं के पीछे भू-माफिया और लकड़ी माफिया की भूमिका है। इसकी जांच की जानी चाहिए। याचिका में मांग है कि कुछ अधिकारों के साथ उत्तराखंड के जंगलों को ‘जीवित ईकाई’ घोषित किया जाए। जिससे इन्हें नष्ट होने से बचाया जा सके। जिस पर उच्चतम न्यायालय ने उत्तराखंड के जंगल में लगी आग पर नियंत्रण के लिए कदम उठाने का राज्य सरकार को निर्देश दिये जाने संबंधी याचिका की सुनवाई अगले सप्ताह के लिए स्थगित कर दी है। इस याचिका पर अब अगले सप्ताह सुनवाई होगी।
उत्तराखंड के जंगलों को ‘जीवित ईकाई’ घोषित किए जाने पर अगले सप्ताह होगी सुनवाई
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