पहाड़ अपने सौंदर्य के साथ अनेक प्रकार की फसलें उगाने में भी काफी लोकप्रिय है। इसी के साथ साथ पहाड़ की बेटियां भी इन क्षेत्रों में अपना नाम बना रही है। ऐसी ही हमारे पहाड़ की एक बेटी है दिव्या रावत। उत्तराखंड की मशरूम गर्ल् से विख़्यात दिव्या रावत ने उत्तराखंड को एक बार फिर गोरवान्वित किया है। मशरूम की खेेेती से पूरी दुनिया भर में अपनी अलग पहचान बना चुकी दिव्या रावत को केंद्र सरकार उर्वरक मंत्रालय में फर्टिलाइजर एडवाइजरी फोरम (FAF) सदस्य /सलाहकार नियुक्त किया गया है। जिसमें वह मंत्रालय के संचालन एव महत्वपूर्ण निर्णय में सलाह देने का कार्य करेगी।दिव्या रावत मूलरूप से चमोली जिले के कंडारा गाँव की रहने वाली है। मशरूम की खेती से वह सालाना में करोड़ों की कमाई करती है। इसी के साथ उन्होंने बहुतों को रोजगार भी दिया है। दिव्या उन बेटियों में शामिल हैं, जिन्हें राष्ट्रपति द्वारा नारी शक्ति अवार्ड से सम्मानित किया गया है। मशरूम की बिक्री और लोगों को ट्रेनिंग देने के लिए दिव्या ने ‘सौम्या फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी’ भी बनाई है। जिसका टर्न ओवर सालाना में करीब 1 करोड में पहुँच गया है। इन सब के लिए दिव्या रावत ने कड़ा संघर्ष किया है। जिसकी बदोलत आज वह कई उंचाईयों को छू रही है। उन्होंने अपनी दिल्ली की नौकरी छोड़कर कुछ अलग करने की सोची जिसके बाद वह देहरादून आ गई। साल 2013 में उन्होंने मोथरोवाला में एक कमरे में सौ बैग मशरूम उगाए। जिसके बाद वह सफलता की नयी उचाईयां छूने लगी। आज दिव्या के उगाए मशरूम प्रोडक्ट देश ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। आज देश विदेशों में उनके मशरूम की खूब डिमांड है।
पहाड़ की बेटी व मशरूम गर्ल से विख़्यात दिव्या रावत को सरकार उर्वरक मंत्रालय में फर्टिलाइजर एडवाइजरी फोरम सलाहकार किया नियुक्त
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