रुद्रप्रयाग जनपद ब्लॉक के जखोली, पट्टी बडमा के धरियांज गांव के नौजवानों ने एक शानदार मिसाल पेश की है। लॉकडाउन में युवकों ने मिलकर तीन किमी लम्बी सड़क का निर्माण कर दिया, लेकिन जैसे ही कार्य पूरा हुआ पड़ोसी गांव ने विरोध में सड़क के बीच में पौधे लगा दिए।
अब पड़ोसी के इस विरोध से धरियांज गांव के सभी युवक हैरान हो गए हैं। धरियांज गांव निवासी विकास रौथाण ने बताया कि ग्राम मुन्नादेवल वालों ने सड़क पर वृक्ष रोपण कर दिया। अब उन्होंने यह कार्य क्यों किया इसका पता नहीं है लेकिन पड़ोसी गांव के इस कृत्य से तो यही लगता है कि वो दूसरे गांव के लिए सड़क नहीं देखना चाहते हैं। हमारे द्वारा उस रास्ते में एक पेड़ तक नहीं काटा गया, किसी की खेती से भी सड़क नहीं गई है सारी बंजर भूमि है फिर ऐसा विरोध क्यों?
खैर हमने जो सड़क बनाई है इसका सर्वे बहुत पहले हो चूका है। सरकार आज भी कोई सुध नहीं ले रही। आजकल लॉकडाउन में नौजवानों द्वारा जब सड़क बनाई गई तो पड़ोसी गांव भी दुश्मन जैसे काम करने लगा है। आज नही तो कल ये सड़क तो बननी ही थी फिर इस तरह के विरोध का कोई औचित्य नहीं है। हम उत्तराखंड में बेहतर भविष्य की उम्मीद कर रहे हैं ऐसे में आस-पास के गाँवों को मिलकर सहयोग की भावना से काम करना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ , दूसरे गांव के लोगों का इस मामले पर कहना है कि पहले डीएम द्वारा इस सड़क पर रोक लगाईं गई थी। हमारा वह रजिस्टर्ड जंगल और जमीन है हमारी इजाजत के बिना वहां से सड़क नहीं जा सकती।
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