अच्छी दिशा न मिलने के कारण बच्चों का भविष्य बिगड़ जाता है । इसी का एक उदाहरण है देहरादून की एक बच्ची जिसे बाल आयोग के अध्यक्ष उषा नेगी ने गुरुवार को देहरादून के बिंदाल पुल पर गांजा बेचते हुए पकड़ा । बाल आयोग के अध्यक्ष उषा नेगी ने इसकी जानकारी खुडबुडा के पुलिस चौकी में दे दी । इसके बाद बच्ची को बालिका निकेतन भेज दिया गया।
बाल आयोग के अध्यक्ष उषा नेगी ने बताया कि जब वह ऑफिस जा रही थी उन्होंने बिंदाल पुल पर कुछ बच्चों को हाथ में गांजे की थैलियों के साथ देखा । पूजा नेगी ने गाड़ी से उतरते ही उन बच्चों को पकड़ने की कोशिश की ।
बच्ची से पुलिस की पूछताछ के बाद यह मालूम हुआ कि बच्ची 7 वर्ष की है जोकि स्कूल में पढ़ाई करती है । इन दिनों महामारी के प्रकोप के कारण स्कूलों को बंद किया गया है जिस कारण वह पैसे कमाने के लिए गांजा बेचने लग गई । पूछताछ के बाद पुलिस ने बच्ची को बालिका निकेतन भेज दिया गया ।