हमारा देश के एक लोकतांत्रिक देश है। लेकिन इस देश में क़्या हो रहा है। आम जनता के साथ ऐसा व्यवहार। एक माँ जो अपनी बेटी को तलाशने के लिए पुलिस के दर जाती है इस आस से की उसे उसकी बेटी से मिला दिया जाएगा। लेकिन जब कानून ही पीड़ित की मदद करने की बजाय अपनी जेब भरने की सोचे तो आम नागरिक किसके पास मदद की गुहार लगाएंगे। मामला उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के थाना चकेरी के सनिगवां गांव का है। इसी चौकी में दरोगा राजपाल सिंह तैनात हैं, जिन पर घूस मांगने का आरोप है। यहां रहने वाली गुड़िया बैसाखी के सहारे चलती हैं और भीख मांगकर गुजारा करती हैं। उनकी 15 साल की बेटी एक महीने से लापता है। उन्होंने एक रिश्तेदार पर बेटी को अगवा करने का आरोप लगाया था जिसे गिरफ्तार करने के बाद छोड़ दिया गया। वही दरोगा उनसे अपनी गाड़ी में डीजल भरवाने को कहता था। मजबूरी में उन्होंने DIG डॉक्टर प्रितिंदर सिंह से गुहार लगाई। गुड़िया का आरोप है कि वे भीख मांगकर अब तक 10 से 12 हजार का डीजल भरवा चुकी है। अब DIG ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया है। मामले की विभागीय जांच कराई जा रही है। लड़की की बरामदगी के लिए चार टीमें बनाई गई हैं। और बेटी की तलाश जारी है।
राम राज्य में खाकी की शर्मनाक करतूत, बेटी को तलाशने के बदले SI ने दिव्यांग मां से घूस मांगी, उन्होंने भीख मांगकर गाड़ी में 12 हजार का डीजल भरवाया
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