पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोमवार को दूसरे चरण के तहत महिला उद्यमियों व महिला समूहों संग वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये वार्ता की। इस दौरान पूर्व सीएम रावत ने कहा कि महिलाओं के लिए बने वर्चुअल मार्केट प्लेटफार्म को सहयोग करने के साथ एक मंच पर प्रशिक्षण व सूचना संबंधी जानकारी भी उपलब्ध होनी चाहिए। हरदा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि महिला समूहों व उद्यमियों द्वारा तैयार उत्पाद को ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए। इससे मनोबल बढ़ेगा।
वीसी में हर साल राज्य के अंतर्गत एक लक्ष्य तय करने पर चर्चा हुई। लक्ष्य में जुडऩे वाले समूहों से लेकर उत्पाद की गुणवत्ता और राजस्व आंकड़े भी शामिल किए जाए। साथ ही कच्चे माल की निकटतम उपलब्धता पर भी जोर दिया गया। पूर्व सीएम के मुताबिक एक गांव एक प्रोडेक्ट व एक इलाका एक प्रोडेक्ट की दिशा में कृषि और बागवानी विभाग महकमे को गंभीरता से काम करना चाहिए। इसके अलावा सहकारिता को महिला समूहों से जोडऩे व डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को पूरा करने के लिए ट्रेनिंग पर भी जोर दिया गया।
वीसी में लोगों ने कहा कि औषधीय गुण वाले उत्पादों के लिये सरकार को न्यूनतम खरीद मूल्य तय करना होगा। वहीं, महिलाओं ने कहा कि कोरोना काल में लोन की किश्त तीन माह टालने की वजह से उनके सिविल स्कोर में गिरावट आई है। भविष्य में दोबारा ऋण लेने में दिक्कत न आए। सरकार को ऐसी कोई योजना बनानी चाहिए। वार्ता में देवकी जोशी, मीना भगत, दीपिका भट्ट, वंदना शर्मा, इंदु शर्मा, दीपा रावत, श्यामा देवी, अवनीत कौर, हरजिंदर कौर, रेशमा नगरकोटी, माया बिष्ट आदि मौजूद रहे।