सात महीने के लॉकडाउन के बाद सोमवार को प्रदेश के स्कूल खुल गए हैं। पहले चरण में माध्यमिक स्कूलों में केवल कक्षा 10 और 12 वीं के छात्रों को आने की अनुमति मिली है। केवल वे ही छात्र स्कूल आ सकते हैं, जिनके अभिभावक को कोई दिक्कत नहीं होगी। सर्दियों के वजह से सुबह 9.15 बजे सभी स्कूल खुल गए हैं। शिक्षा सचिव आर. मीनाक्षीसुंदरम ने शिक्षा निदेशक और सभी नोडल अफसरों को व्यवस्था पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड के स्कूलों की कुछ खास बातें
- 10 और 12 वीं कक्षा के छात्र ही आ सकेंगे कल से स्कूल
- 06 लाख से ज्यादा छात्र कर रहे हैं माध्यमिक स्तर पर अध्ययन
- 3791 माध्यमिक स्कूल हैं राज्य में सरकारी, प्राइवेट और सहायता प्राप्त
- कुमाऊं मंडल के 996 माध्यमिक स्कूलों में स्वच्छता और सेनेटाइजेशन कराया जा चुका है। प्रधानाचार्य और शिक्षकों
- को कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मानकों को सख्ती से पालन करने और कराने के निर्देश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया को बातचीत के दौरान बताया कि स्कूल दो नवंबर से खुलने जा रहे हैं। पहले चरण में केवल बोर्ड परीक्षा वाली 10 और 12 वीं कक्षाएं ही शुरू करने का निर्णय किया गया है। स्कूल खोलने के लिए कैबिनेट में निर्णय किया गया है। स्कूल खुलने पर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सरकार ने काफी पहले ही विस्तृत एसओपी जारी कर दी है। एसओपी के मानक के अनुसार ही स्कूलों का संचालन होगा। सीएम का बयान आने के बाद ही स्कूलों के न खुलने की अफवाहों पर विराम लगा।