जिला के गांव सिवाह से सनौली, यूपी के जिला शामली, बिजनौर, मुज्जफरनगर से होते हुए नगीना तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-709एडी के निर्माण के लिए यमुना नदी पर पिलरों का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस फोन लेन सडक़ वाले राजष्ट्रीय राजमार्ग के बनने से तीन राज्यों हरियाणा, उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड में पहुंचना आसान होगा तथा दूरियों में कमी आएगी। इस नैशनल हाईवे के बनने से पानीपत के लोगों को विशेष फायदा होने वाला है। जहां एक ओर इस नैशनल हाईवे के बनने के बाद सैक्टर-29 बाइपास से होकर जाने वाले बड़े वाहनों की संख्या में कमी आएगी वहीं रोहतक की ओर से आने वाले वाहन भी उक्त नैशनल हाईवे से होकर गुजरेंगे। सैक्टर-29 बाईपास रोड के साथ-साथ पानीपत-हरिद्वार मुख्य मार्ग पर भी यातायात का दबाव कम होगा। अक्सर जिला पानीपत व अन्य जिलों से आने वाले यात्री सनौली रोड के रास्ते ही धार्मिक तीर्थस्थल हरिद्वार, ऋषिकेश, पर्यटन स्थल देहरादून, मंसूरी सहित उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों पर जाते हैं। इस रास्ते से जाने पर पानीपत से करीब 6 घंटे का समय खर्च होता है। जबकि उक्त नैशनल हाईवे बनने के बाद सफर का समय आधा रह जाएगा। अब राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल लम्बाई 207 किलोमीटर होगी। एनएचएआई गाजियाबाद के तहत फोरलेन बनाने के लिए एक साल से बनाई जा रही डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट के यह तय किया गया कि किस शहर में बाइपास, ओवरब्रिज, पुल व अंडरपास आदि बनाए जाने हैं। इसके अलावा डीपीआर में अन्य पहलुओं पर भी गंभीरता से अध्यययन किया गया है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट यानि डीपीआर के आधार पर 3500 करोड़ रुपए बजट का एस्टीमेट बनाकर केन्द्र सरकार को भेजा गया है। जिले की बात करें तो जिला के गांव सिवाह से डाडौला, उझा, छाजपुर, जलालपुर, रिशपुर, सनौली व 4-5 अन्य गांवों की भूमि को उक्त नैशनल हाईवे के लिए अधिगृहित किया गया है।