छोलिया नृत्य को आत्मसम्मान, आत्मविश्वास और चपलता का प्रतीक माना जाता है। उत्तराखंड में यूं तो पारंपरिक लोकनृत्यों की एक लंबी फेहरिस्त है, लेकिन इनमें...
उत्तराखण्ड के विभिन्न स्थलों से प्राप्त होने वाले पाषाणोपकरण, गुफा, शैल-चित्र, कंकाल मृदभाण्ड तथा धातु-उपकरण प्रागैतिहासिक काल में मानव निवास की पुष्टि करते हैं।...