देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। वही उत्तराखंड में भी कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। देशभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। वही प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पांचवीं कक्षा तक स्कूल खोले जाने के प्रस्ताव पर आशंकाओं के बादल मंडरा रहे हैं। छोटी कक्षाओं के बच्चों के स्कूलों को खोले जाने पर अभी भी खतरा मंडरा रहा है। जिसका एक बड़ा कारण फिर से बढ़ता कोरोना संक्रमण है। जिसके बाद अब स्कूल खोलने का प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष रखा गया है। अब स्कूल खोलने का प्रस्ताव 9 अप्रैल को होने वाली कैबिनेट की बैठक में लिया जाएगा। अब इस पर कैबिनेट फैसला ले सकती है।
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखकर सरकार भी चिंतित है। जिसकी वजह से सरकार छोटे बच्चों के लिए किसी तरह का कोई खतरा नहीं लेना चाहती है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम होने पर ही राज्य सरकार ने चरणबद्ध ढंग से पहले नौवीं से 12वीं तक और फिर छठी से नौवीं तक की कक्षाओं को खोलने का फैसला किया। इसके बाद विभाग की पहली से पांचवीं तक कक्षाएं शुरू करने की तैयारी थी। लेकिन फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों के बाद सरकार अब जोखिम उठाने को तैयार नहीं है।
उत्तराखंड में पांचवी कक्षाओं तक के स्कूल खोले जाने पर 9 अप्रैल को कैबिनेट में लिया जाएगा फैसला
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