उत्तराखंड से बड़ी खबर सामने आई है। रामसर कन्वेंशन ने देहरादून जिले के विकास नगर में स्थित आसन कंजर्वेशन रिजर्व को अंतर्राष्ट्रीय महत्व की साइट घोषित कर दी गई है। यह उत्तराखंड के लिए बहुत ही गर्व की बात है। इससे पहले प्रदेश के किसी भी रिजर्व को यह उपलब्धि नहीं प्राप्त हुई है। देहरादून जिले के आसन कंजर्वेशन रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय महत्व के साइट घोषित करने के बाद रामसर साइट की संख्या 38 पहुंच गई है। यह पूरे साउथ एशिया में सबसे अधिक संख्या है। आपको बता दें कि प्रदेश में इससे पहले कोई भी रिजर्व रामसर साइट नहीं बना है। इस बात की सूचना स्वयं मिनिस्ट्री ऑफ एनवायरनमेंट एंड फॉरेस्ट ने ट्वीट करके साझा की। वहीं वन विभाग के अधिकारियों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। चलिए अब आपको रामसर साइट के बारे में बताते हैं। उत्तराखंड में प्रवासी पङ्क्षरदों की ऐशगाह आसन कंजर्वेशन रिजर्व 14 अगस्त 2005 में तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने देश को समर्पित किया था। विकासनगर (देहरादून) से आठ किमी के फासले पर स्थित इस रिजर्व में अक्टूबर में प्रवासी परिंदों का आगमन होता है और ये मार्च आखिर तक डेरा डाले रहते हैं। सुर्खाब यानी रूडी शेल्डक का तो ये पसंदीदा स्थल है। मेहमान परिंदों के उड़ान भरने के बाद अपै्रल से सितंबर तक यहां देशी पक्षियों का राज रहता है।
देहरादून जिले के विकास नगर में स्थित आसन कंजर्वेशन रिजर्व को को मिला अंतर्राष्ट्रीय दर्जा
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