उत्तराखंड चुनाव से पहले, कांग्रेस अपने मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष को बदलकर पार्टी में एक दलित को प्रदेश की कमान सौंप सकती है। अभी उस व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं हुआ है, जिसे यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जाएगी।
उत्तराखंड में कांग्रेस के पास हरीश रावत सबसे शीर्ष नेता हैं। रावत को पंजाब का प्रभारी महासचिव बनाया गया है, इसके साथ ही उन्होंने लोगों को यह संदेश दिया कि वह अभी भी राज्य की राजनीति में बने हुए हैं। राज्य की राजनीति हालांकि राजपूत बनाम ब्राह्मणों के बीच केंद्रित है, लेकिन कांग्रेस सभी समुदायों को जगह देने के लिए एक दलित को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहती है। जबकी हरीश रावत एक राजपूत हैं और सीएलपी नेता इंदिरा हृदयेश ब्राह्मण हैं। पार्टी के पास राज्यसभा सदस्य प्रदीप टम्टा के रूप में एक दलित चेहरा है। ऐसा संभव है कि वह इस पद के लिए सबसे आगे हो। प्रदीप को कई नेताओं का समर्थन भी प्राप्त है, हालांकि राज्य में एससी वर्ग से दो विधायक ममता राकेश और राजकुमार हैं, लेकिन टम्टा की वरिष्ठता को देखते हुए उन्हें अधिक फायदा हो सकता है। इसीलिए कांग्रेस दलित को प्रदेश की कमान सौंपने पर विचार कर रही है।
उत्तराखंड चुनाव से पहले कांग्रेस दलित नेता को सौंप सकती है प्रदेश की कमान ।
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